IND VS PAK : भारत-पाकिस्तान विवाद का शेयर बाजार पर कितना होगा असर

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती तनावों का भारतीय शेयर बाजार पर मिश्रित असर देखने को मिल रहा है। हालांकि, हाल की रिपोर्टों के अनुसार, बाजार में सकारात्मक प्रवृत्तियाँ भी बनी हुई हैं।
शेयर बाजार पर असर
- निफ्टी 50 में वृद्धि: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने भारतीय शेयर बाजार में जुलाई 2023 के बाद से सबसे लंबी खरीदारी की लहर शुरू की है, जिससे निफ्टी 50 इंडेक्स में 6.6% की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि अमेरिकी-भारत व्यापार समझौते की संभावना, भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति और आकर्षक वैल्यूएशन के कारण हुई है।
- कश्मीर हमले का असर: हालांकि, कश्मीर में पर्यटकों पर हमले के बाद बाजार में कुछ गिरावट देखी गई। 25 अप्रैल को निफ्टी 50 में 0.73% की गिरावट आई, जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.67% गिरा। सभी 13 प्रमुख सेक्टर्स में गिरावट आई, और स्मॉल-कैप तथा मिड-कैप इंडेक्स में भी 2% से अधिक की गिरावट आई।
मुद्रा बाजार पर प्रभाव
- रुपये में उतार-चढ़ाव: भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ती तनावों के कारण भारतीय रुपये में उच्चतम अस्थिरता देखी गई। 29 अप्रैल को रुपये की एक महीने की इम्प्लाइड वोलैटिलिटी 5.5% तक पहुँच गई, जो मार्च 2023 के बाद का उच्चतम स्तर है। रुपया 85.3875 प्रति अमेरिकी डॉलर तक गिरा, लेकिन बाद में 85.21 पर स्थिर हुआ।

दीर्घकालिक प्रभाव
हालांकि, इतिहास से यह संकेत मिलता है कि सीमा पर तनावों का दीर्घकालिक आर्थिक प्रभाव सीमित होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति और निवेशकों की सकारात्मक धारणा के कारण, इन घटनाओं का बाजार पर दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव कम होगा।
निष्कर्ष
संक्षेप में, जबकि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ती तनावों के कारण भारतीय शेयर और मुद्रा बाजार में अस्थायी उतार-चढ़ाव देखा गया है, वर्तमान में बाजार में सकारात्मक प्रवृत्तियाँ बनी हुई हैं। दीर्घकालिक दृष्टिकोण से, यदि तनावों में वृद्धि नहीं होती है, तो बाजार पर इसका नकारात्मक प्रभाव सीमित रहने की संभावना है।

कारगिल युद्ध
इतिहास में कारगिल युद्ध को बड़ा माना गया है। ये लड़ाई 3 मई 1999 में हुई थी। वहीं 26 जुलाई 1999 में ये खत्म हुई। इस बीच शेयर बाजार में महज 0.8 फीसदी की गिरावट आई थी।
संसद पर हुआ आतंकी हमला
साल 2001 में भारत के संसद पर आतंकी हमला हुआ था। इस आतंकी हमले ने दिसंबर 2001 से अक्टूबर 2002 तक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया। इस दौरान शेयर बाजार में 13.9 फीसदी की गिरावट आई है।
उरी हमला
साल 2016 में उरी हमला हुआ था। जिसके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक किया गया। इस समय भी शेयर बाजार में 2.1 फीसदी की गिरावट आई है।
पुलवामा हमला
14 फरवरी 2019 को पुलवामा पर आतंकी हमला किया गया था। जिसके खिलाफ भी एक सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था। ये हमला लगभग 1 महीने तक रहा। इस दौरान शेयर बाजार में 1.8 फीसदी की गिरावट आई है।
आगे कितना होगा प्रभाव?
4 दिन पहले यानी 25 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई थी। इस दिन बीएसई सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा गिर चुका था। वहीं 78,800 पर क्लोज हुआ था। इसके साथ ही एनएसई निफ्टी में 335 अंक की गिरावट आई है।
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